भगवान शिव को अर्पित करने के लिए 5 सबसे पसंदीदा चीज़ें
गुरु - 30 मई 2024
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भगवान शिव, जो कि मंगलकारी हैं, हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं, जिन्हें विध्वंसक और परिवर्तनकर्ता के रूप में पूजा जाता है। दुनिया भर में भक्तगण शक्तिशाली महादेव को प्रसन्न करने और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विभिन्न वस्तुएँ अर्पित करते हैं। यहाँ भगवान शिव को अर्पित करने के लिए पाँच सबसे पसंदीदा चीज़ों के बारे में बताया गया है:
विषय सूची
1. बिल्व पत्र
2. जल और दूध से अभिषेक
3. भस्म (विभूति)
4. सफ़ेद फूल
5. बेल फल


1. बिल्व पत्र
भगवान शिव की पूजा में बिल्व पत्र का विशेष स्थान है। ऐसा माना जाता है कि तीन पत्तियों वाला यह पत्ता ब्रह्मा, विष्णु और शिव की पवित्र त्रिमूर्ति का प्रतीक है। कहा जाता है कि भक्तिपूर्वक बिल्व पत्र अर्पित करने से व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं और आध्यात्मिक और भौतिक लाभ मिलते हैं। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि पत्ते साफ और ताजे हों, और उन्हें अक्सर विशिष्ट मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिव लिंग पर रखा जाता है।
कैसे चढ़ाएँ:
पत्ते को पानी से साफ करें।
उन्हें शिव लिंग पर इस तरह रखें कि डंठल भक्त की ओर हो।
"ओम नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।

2. जल और दूध से अभिषेक
शिवलिंग पर जल और दूध से अभिषेक या अनुष्ठानिक स्नान करना भक्ति का एक गहन कार्य है। जल पवित्रता का प्रतीक है, और दूध पोषण और पवित्रता का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि यह कार्य आत्मा और शरीर को शुद्ध करता है, और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
कैसे चढ़ाएं:
शिवलिंग पर जल डालें, उसके बाद दूध डालें।
"महामृत्युंजय मंत्र" या "ओम नमः शिवाय" का जाप करते हुए चढ़ाएं।

3. भस्म (विभूति)
भस्म या पवित्र राख भगवान शिव से बहुत निकटता से जुड़ी हुई है। यह परम वास्तविकता और भौतिक दुनिया की क्षणभंगुर प्रकृति का प्रतिनिधित्व करती है। माथे पर भस्म लगाना या शिव लिंग पर चढ़ाना भक्त के ईश्वर के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
कैसे चढ़ाएं:
थोड़ी मात्रा में भस्म लें और इसे शिव लिंग पर लगाएं।
भस्म चढ़ाते समय भगवान शिव का आशीर्वाद मांगते हुए मंत्रों का जाप करें।

4. सफ़ेद फूल
सफ़ेद फूल, ख़ास तौर पर धतूरा और आक (कैलोट्रोपिस), भगवान शिव को बहुत पसंद हैं। इन फूलों की पवित्रता और सादगी शिव के तपस्वी स्वभाव से मेल खाती है। माना जाता है कि इन फूलों को चढ़ाने से भगवान की कृपा मिलती है और भक्त की मनोकामना पूरी होती है।
कैसे चढ़ाएँ:
सुनिश्चित करें कि फूल ताज़े हों और काँटेदार पौधों से न तोड़े गए हों।
उन्हें शिव लिंगम या शिव की मूर्ति के चरणों में रखें।
उचित प्रार्थना और मंत्र पढ़ें।
5. बेल फल
बेल फल, जिसे वुड एप्पल के नाम से भी जाना जाता है, शिव पूजा में अत्यधिक पूजनीय है। ऐसा कहा जाता है कि यह फल देवी लक्ष्मी के हृदय से निकला है, जो इसे भगवान शिव के लिए शुभ बनाता है। बेल फल चढ़ाने से शांति, समृद्धि और खुशी मिलती है।
कैसे चढ़ाएँ:
फल को साफ करें और उसमें से सारी गंदगी हटा दें।
इसे शिव लिंगम या देवता की छवि के सामने रखें।
अर्पण करते समय "ओम नमः शिवाय" का जाप करें।
इन प्रसादों के साथ भगवान शिव की पूजा करना न केवल भक्ति का कार्य है, बल्कि उनकी दिव्य ऊर्जा से गहराई से जुड़ने का एक तरीका भी है। प्रत्येक वस्तु का अपना महत्व है और माना जाता है कि यह भक्त को अद्वितीय आशीर्वाद प्रदान करती है। इन अनुष्ठानों को करते समय, हृदय की पवित्रता और सच्चे इरादों को बनाए रखना आवश्यक है, क्योंकि ये सच्चे प्रसाद हैं जिन्हें भगवान शिव सबसे अधिक महत्व देते हैं।
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